हंगामेदार रहा विधानसभा का विशेष सत्र
नई दिल्ली। एनपीआर और एनआरसी को वापस लेने और कोरोना पर चर्चा को लेकर शुक्रवार को बुलाए गए दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष व विपक्ष में तीखी नोकझोंक भी हुई। सदन उस समय हंगामे की भेंट चढ़ गया जब भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली हिंसा के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहरा दिया। बाद में स्पीकर ने बिजेंद्र गुप्ता को सदन से बाहर निकाल दिया।
विजेंद्र गुप्ता के बयान पर सत्ता पक्ष के विधायक वेल में पहुंच गए और गुप्ता से शब्द वापस लेने की मांग करने लगे। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दिया। सदन की कार्यवाही शाम चार बजे के बाद फिर शुरू हुई तो मुख्य सचेतक दिलीप पांडेय ने कहा कि विजेंद्र गुप्ता के बयान से सदन की गरिमा को चोट पहुंची है। गुप्ता अपने बयान को वापस ले और सदन से माफी मांगें। नही तो सदन से उन्हें निकाला जाए। इसके बाद फिर सत्ता पक्ष के सदस्य वेल में पहुंच गए और हंगामा शुरू हो गया। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने आप विधायक से कहा कि वेल में आने की आवश्यकता नही है। विजेंद्र गुप्ता ने जो लाइन कही है उसको वापस ले।
गुप्ता से कहा कि आप ताहिर हुसैन कहकर अपने बयान वापस ले। आम आदमी पार्टी को हिंसा में क्यों शामिल कर रहे है। इसके बाद विजेंद्र गुप्ता ने सदन को कहा कि अपने शब्दों को ठीक करके कहता हूं। शब्दों में फेरबदल कर गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के लोग दंगों में शामिल थे। इस पर भी सत्ता पक्ष ने विरोध जताया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विजेंद्र गुप्ता ने जो कुछ बोला, उसे कार्यवाही से हटा दिया जाए। अध्यक्ष ने विजेंद्र गुप्ता को सदन से बाहर जाने का निर्देश दिया।